इम्फाल। नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी (एनएसयू), मणिपुर ने फिजिकल फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पेफी) द्वारा प्रदान की गई तकनीकी सहायता के साथ शनिवार को टोक्यो ओलंपिक 2021 में भारत की यात्रा एवं उम्मीद विषय पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया। इस वेबिनार में पद्म भूषण और द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता पुलेला गोपीचंद वेबिनार के मुख्य अतिथि थे। गोपीचंद ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने जा रहे भारतीय एथलीटों की सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने ऐतिहासिक और भावुक प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खेल मंत्री किरेन रिजिजू की सराहना की और उन्हें धन्यवाद दिया।
उन्होंने उम्मीद व्यक्त करते हुए कहा कि यह ओलंपिक भारत के लिए यादगार रहेगा और एथलीट बड़ी संख्या में पदकों के साथ वापसी करेंगे। अपने संबोधन के दौरान गोपीचंद ने कर्णम मल्लेश्वरी के 2000 सिडनी ओलंपिक कांस्य पदक के प्रदर्शन से अपनी प्रेरणा का किस्सा साझा किया और अपनी ओलंपिक भागीदारी की यादें भी साझा कीं। उन्होंने शीर्ष पदक विजेता देशों में से एक बनने के लिए, उन्होंने महत्वाकांक्षी एथलीटों के लिए जमीनी स्तर पर कोचिंग और प्रशिक्षण में सुधार के महत्व पर भी जोर दिया।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय के कुलपति आरसी मिश्रा, आईएएस (सेवानिवृत्त) ने की। ओलंपिक खेल टोक्यो में भारत की यात्रा और उम्मीदें से हमारी अपेक्षाओं पर विचार साझा करते हुए कुलपति ने कहा कि युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा पीएम मोदी के खेल को राष्ट्रीय एकता, वास्तविकता के एक महान साधन के रूप में उपयोग करने और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी ही कम है। खिलाडी के लिए खेलों में उपलब्धि, राष्ट्रीय गौरव और देशभक्ति की भावना को बढ़ाते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय एथलीट 2020 टोक्यो ओलंपिक में एक नया रिकॉर्ड स्थापित करेंगे।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।