नाइजर में तख्तापलट से क्यों परेशान हुआ अमेरिका
नाइजर में तख्तापलट से क्यों परेशान हुआ अमेरिकाSyed Dabeer Hussain - RE

छोटे और कर्ज में डूबे अफ्रीकी देश नाइजर में तख्तापलट से क्यों परेशान हुआ अमेरिका?

नाइजर में हुए इस बदलाव पर अमेरिका बुरी तरह से भड़क गया है। अमेरिका ने नाइजर को दी जा रही आर्थिक सहायता पर रोक लगाते हुए तुरंत नाइजर के राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम को आजाद करने की मांग की है।

हाइलाइट्स :

  • सुपरपॉवर अमेरिका की नींद उड़ा दी है नाइजर ने।

  • नाइजर की सेना ने अपने देश में सैन्य तख्तापलट कर दिया।

  • नाइजर में हुए इस बदलाव पर अमेरिका बुरी तरह से भड़क गया है।

राज एक्सप्रेस। पश्चिमी अफ्रीका में एक छोटा सा देश है नाइजर। करीब ढाई करोड़ लोगों की आबादी वाला यह देश दुनिया के सबसे ज्यादा कर्ज में डूबे हुए देशों में से एक है। यहां प्रति व्यक्ति आय बेहद कम है। लेकिन इस छोटे और पिछड़े हुए देश ने इन दिनों सुपरपॉवर अमेरिका की नींद उड़ा दी है। इसका कारण यह है कि बीते दिनों नाइजर की सेना ने अपने देश में सैन्य तख्तापलट कर दिया। सेना ने नाइजर में संविधान को भंग करते हुए सभी संवैधानिक संस्थाओं को निलंबित कर दिया है। नाइजर में हुए इस बदलाव पर अमेरिका बुरी तरह से भड़क गया है। अमेरिका ने नाइजर को दी जा रही आर्थिक सहायता पर रोक लगाते हुए तुरंत नाइजर के राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम को आजाद करने की मांग की है। तो चलिए जानते हैं कि आखिर इस छोटे से देश में हुए तख्तापलट से अमेरिका क्यों इतना चिंतित दिखाई दे रहा है।

नाइजर में है यूरेनियम का भंडार

दरअसल अफ्रीकी देश नाइजर भले ही दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है, लेकिन यहां यूरेनियम का बहुत बड़ा भंडार है। विश्व परमाणु संघ के अनुसार नाइजर दुनिया का सातवां सबसे बड़ा यूरेनियम उत्पादनकर्ता है। साल 2022 में ही नाइजर ने कुल 2020 मीट्रिक टन यूरेनियम का उत्पादन किया था, जो पूरी दुनिया के कुल यूरेनियम उत्पादन का कुल 5 फीसदी था। खास बात यह है कि नाइजर के पास अफ्रीका में सबसे अच्छी क्वालिटी का यूरेनियम मौजूद है।

अमेरिका का महत्वपूर्ण सहयोगी

यूरेनियम के भंडार की अधिकता के चलते ही छोटा सा देश होने के बावजूद नाइजर अमेरिका का एक महत्वपूर्ण सहयोगी रहा है। नाइजर में तख्तापलट से यूरोपीय संघ भी काफी परेशान है, क्योंकि यूरोपीय संघ के लिए नाइजर यूरेनियम की सप्लाई करने वाला प्रमुख आपूर्तिकर्ता है। साल 2021 में यूरोपीय संघ ने नाइजर से 2905 टीयू यूरेनियम खरीदा था। ऐसे में नाइजर में सेना का शासन आने से यूरेनियम की आपूर्ति में बाधा आ सकती है।

कहां होता है यूरेनियम का इस्तेमाल?

दरअसल यूरेनियम दुनिया के लिए बहुत जरूरी है। इसका इस्तेमाल परमाणु बम बनाने और परमाणु ऊर्जा से जुड़े कामों के लिए किया जाता है। दुनियाभर के देशों के बीच इसकी भारी मांग होती है। यहीं कारण है कि नाइजर में हुए तख्तापलट ने दुनिया के कई बड़े देशों को परेशान कर दिया है।

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