भारत का तेवर देख नरम पड़े चीन के सुर, चीनी राजदूत का बड़ा बयान
राज एक्सप्रेस। पूर्वी लद्दाख के मसले पर चीन और भारत की तनातनी के बीच भारत ने चीन को उसी की भाषा में जवाब देने की ठान लेने का मन बना लिया था, परंतु इसी बीच भारत का रवैया या कहे भारत के कड़े तेवर देखते ही चीन के सुर नरम पड़ने लगे हैं, क्योंकि हाल ही में चीन के राजदूत का बड़ा बयान सामने आया है, जिसने उन्होंने ये बात कहीं हैं।
क्या है चीन के राजदूत का बयान ?
दरअसल, चीन के राजदूत सुन वीडोंग ने भारत और चीन के रिश्तों को लेकर अपने बयान में ये कहा कि, ''हमें कभी अपने मतभेदों को दो देशों के बीच आपसी रिश्तों से ज्यादा महत्व नहीं देना चाहिए और असहमतियों का समाधान बातचीत से करना चाहिए।'' इसके अलावा सुन वेईडोंग ने आगे ये भी कहा, चीन और भारत साथ मिलकर कोविड-19 के खिलाफ लड़ रहे हैं और हमारे लिए ये भी महत्वपूर्ण टास्क है कि हम अपने रिश्तों को मजबूत रखें।
भारत और चीन एक-दूसरे के दुश्मन नहीं :
इतना ही नहीं चीनी राजदूत का अपने बयान में ये बात भी कहीं कि, भारत और चीन एक-दूसरे के दुश्मन नहीं, बल्कि एक दूसरे के लिए अवसर हैं। भारत और चीन दोनों ही मिलकर कोरोना वायरस से लड़ रहे हैं, दोनों देशों के बीच जो मतभेद हैं, उनका असर संबंधों पर नहीं पड़ना चाहिए, दोनों देशों को बातचीत के जरिए मतभेदों को सुलझाना चाहिए।
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