टोक्यो में क्वाड लीडर्स मीटिंग में PM मोदी समेत इन देशों के राष्ट्रप्रमुखों ने दी टिप्‍पणी

जापान के टोक्यो में क्वाड लीडर्स समिट 2022 की मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं इन देशों के राष्ट्रप्रमुखों ने बयान दिया...
टोक्यो में क्वाड लीडर्स मीटिंग
टोक्यो में क्वाड लीडर्स मीटिंगSocial Media

जापान। भारत, अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया के राष्ट्र प्रमुखों की आज जापान के टोक्यो में मुलाकात हुई। टोक्यो में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा क्वाड लीडर्स समिट के लिए एक साथ इकट्ठा हुए।

क्वाड लीडर्स समिट मीटिंग में PM मोदी की टिप्‍पणी :

टोक्यो में क्वाड लीडर्स समिट 2022 की मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी टिप्‍पणी दी। उन्‍होंने कहा- मैं अपने छात्रों को 'क्वाड' फेलोशिप कार्यक्रम के लिए आवेदन करने और मानवता के बेहतर भविष्य का निर्माण करने वाले STEM नेताओं और नवप्रवर्तकों की अगली पीढ़ी में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। इतने कम समय में 'क्वाड' समूह ने विश्व स्तर पर एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। आज 'क्वाड' का दायरा व्यापक हो गया है और स्वरूप प्रभावी हो गया है। हमारा आपसी विश्वास, दृढ़ संकल्प लोकतांत्रिक शक्तियों को नई ऊर्जा और उत्साह दे रहा है।

'क्वाड' के स्तर पर हमारे आपसी सहयोग से एक फ्री, ओपन और समावेशी 'इंडो पैसिफिक क्षेत्र' को प्रोत्साहन मिल रहा है। जो हम सभी का साझा उद्देश्य है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

आस्ट्रेलियाई PM को दी बधाई :

इतना ही नहीं प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज को चुनाव जीतने के लिए बधाई भी दी और कहा कि, ''शपथ लेने के 24 घंटे बाद हमारे बीच आपकी उपस्थिति क्वाड दोस्ती की ताकत और इसके प्रति आपकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।''

अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन का बयान :

तो वहीं, क्वाड लीडर्स समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने बयान में कहा- इंडो पैसिफिक में अमेरिका एक मजबूत, स्थिर और स्थायी साझेदार होगा। हम हिंद-प्रशांत की शक्तियां हैं। जब तक रूस युद्ध जारी रखता है, हम भागीदार बने रहेंगे और वैश्विक प्रतिक्रिया का नेतृत्व करेंगे। हम साझा मूल्यों और हमारे पास मौजूद विजन के लिए हम एक साथ हैं। क्वाड के पास आगे बहुत काम है। इस क्षेत्र को शांतिपूर्ण और स्थिर रखने, इस महामारी से निपटने और इसके बाद जलवायु संकट को दूर करने के लिए हमारे पास बहुत काम है।

जापान के प्रधानमंत्री का बयान :

यूक्रेन पर रूस का आक्रमण संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों को पूरी तरह से चुनौती देता है। हमें आसियान, दक्षिण एशिया के साथ-साथ प्रशांत द्वीप देशों की आवाज को ध्यान से सुनना चाहिए। ताकि आपसी सहयोग से इसे आगे बढ़ाया जा सके, जो तत्काल मुद्दों को हल करने के लिए अनुकूल हो।

जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा

आस्ट्रेलियाई PM का बयान :

आस्ट्रेलिया के PM एंथनी अल्बनीज ने कहा कि, ''मेरी सरकार आपके देशों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। नई आस्ट्रेलियाई सरकार आर्थिक, साइबर, ऊर्जा, स्वास्थ्य और पर्यावरण सुरक्षा के माध्यम से जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई करने और अधिक लचीला इंडो पैसिफिक क्षेत्र के निर्माण को प्राथमिकता देती है। हम इस बात को स्वीकार करते हुए कार्य करेंगे कि प्रशांत महासागर के द्वीप राष्ट्रों के लिए जलवायु परिवर्तन मुख्य आर्थिक और सुरक्षा चुनौती है। मेरी सरकार 2030 तक उत्सर्जन में 43% की कमी करने का एक नया लक्ष्य निर्धारित करेगी और हमें 2050 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन के लिए ट्रैक पर लाएगी।''

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