कौन है विजयप्रिया नित्यानंद
कौन है विजयप्रिया नित्यानंदSyed Dabeer Hussain - RE

जानिए कौन है संयुक्त राष्ट्र की मीटिंग में भारत के खिलाफ जहर उगलने वाली विजयप्रिया नित्यानंद?

संयुक्त राष्ट्र की मीटिंग में विजयप्रिया ने भगोड़े नित्यानंद को हिन्दू धर्म का सर्वोच्च गुरु बताते हुए भारत पर उसे सताने का आरोप लगाया था।

राज एक्सप्रेस। इन दिनों सोशल मीडिया पर भगोड़े नित्यानंद के कथित देश ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा’ की प्रतिनिधि विजयप्रिया नित्यानंद सुर्खियों में है। विजयप्रिया नित्यानंद (Vijayapriya Nithyananda) ही वह महिला है, जिसने संयुक्त राष्ट्र की एक मीटिंग में भारत के खिलाफ जहर उगला था। भगवा कपड़े धारण की हुई विजयप्रिया की जब पहली बार तस्वीर सामने आई थी, तब किसी को समझ नहीं आया था कि यह किस देश की प्रतिनिधि है। हालांकि बाद में जब भगोड़े नित्यानंद ने विजयप्रिया की तस्वीर ट्विटर पर डाली तब जाकर लोगों को सारा माजरा समझ आया।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल 22 फरवरी को जेनेवा में हुई संयुक्त राष्ट्र की मीटिंग में कैलासा की ओर से विजयप्रिया नित्यानंद के अलावा 5 महिलाएं शामिल हुईं। इस मीटिंग में विजयप्रिया ने भगोड़े नित्यानंद को हिन्दू धर्म का सर्वोच्च गुरु बताते हुए भारत पर उसे सताने का आरोप लगाया था। मीटिंग के दौरान विजयप्रिया ने कई देशों के प्रतिनिधियों से मुलाकात भी की। उसी के बाद से सोशल मीडिया पर विजयप्रिया की तस्वीरें वायरल हो रही है।

कौन है विजयप्रिया?

आपको बता दें कि कथित देश कैलासा की प्रतिनिधि के रूप में संयुक्त राष्ट्र की मीटिंग में हिस्सा लेने वाली विजयप्रिया को संयुक्त राष्ट्र में अपने देश की स्थायी राजदूत बताया है। वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार विजयप्रिया कथित देश कैलासा की डिप्लोमैट है। बता दें कि विजयप्रिया ने खुद का निवास स्थान अमेरिका का वाशिंगटन डीसी शहर बताया है।

पांच अन्य महिलाएं कौन सी है?

गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र की मीटिंग में विजयप्रिया के अलावा 5 अन्य महिलाएं भी शामिल हुई थीं। इन महिलाओं के नाम कैलासा लॉस एंजिल्स की प्रमुख मुक्तिका आनंद, कैलासा सैंट लुइस की चीफ सोना कामत, कैलासा यूके की चीफ नित्या आत्मदायकी, कैलासा फ्रांस की चीफ नित्या वेंकटेशनंदा और कैलासा स्लोवेनी प्रियमपरा है।

संयुक्त राष्ट्र ने दी मान्यता?

भगोड़े नित्यानंद ने भले ही विजयप्रिया को संयुक्त राष्ट्र में अपने देश की स्थायी राजदूत बताया है, लेकिन उसका यह दावा पूरी तरीके से झूठा है। दरअसल संयुक्त राष्ट्र ने अपनी आधिकारिक प्रतिक्रिया में बताया है कि ‘कैलासा’ ने एक देश नहीं बल्कि एक गैर सरकारी संगठन के रूप में मीटिंग में हिस्सा लिया था। साथ ही संयुक्त राष्ट्र ने यह भी कहा है कि वह इस काल्पनिक देश के प्रतिनिधि की बातों को नजरअंदाज करेगा। क्योंकि उसके प्रतिनिधि का भाषण अप्रासंगिक था।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

Related Stories

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com