आप तो नहीं हैं स्‍केपगोट सिंड्रोम का शिकार

Kavita Singh Rathore

शादी के बाद यदि नई बहु को किसी न किसी बात पर बिना किसी कारण दोषी ठहराया जाता हो तो, इस टर्म को स्‍केपगोट सिंड्रोम का नाम दिया गया है। जिसे हिंदी में 'बलि का बकरा' भी कहा जा सकता है। स्‍केपगोट सिंड्रोम के संकेतों की पहचान आप ऐसे कर सकती हैं।

क्‍या है स्‍केपगोट सिंड्रोम | Raj Express

यदि शादी के बाद लगातार दोषी ठहराया जा रहा है तो यह एक प्रकार का दुर्व्यवहार है। अक्सर शादी के बाद घर के बड़े सारा इल्जाम अपनी बहु पर थोप देते हैं। जिससे वह खुद को जिम्‍मेदार बनाने की कोशिश करें। अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है, तो एक्‍शन लें।

बेवजह का इल्‍जाम लगाना | Raj Express

हर पत्‍नी चाहती है कि, उसका पति दूसराें के सामने उसे सम्‍मान दे, लेकिन यदि पति दूसरों के सामने अपमान करे या लगातार आपकी आलोचना करे और आपकी गलतियां निकाले तो समझ लीजिए आप बेवजह बलि का बकरा बन रही हैं।

अपमान करना | Raj Express

अगर आपका साथी आपके साथ परिवार के अन्य सदस्यों से अलग व्यवहार कर रहा हो, तो यह स्‍केपगोट सिंड्रोम की निशानी है। आपको अपने पति से तुरंत बात करना चाहिए कि, वह ऐसा क्यों कर रहे हैं। वह इससे हर्ट हो रही हैं।

असामान्य व्‍यवहार | Raj Express

जब रिश्‍ते में आपका साथी और ससुराल वाले आपकी भावनाओं या अनुभवों को नकारने की कोशिश कर रहे हो और समझने की कोशिश बिलकुल न न करें तो यह अमान्य व्यवहार है। इससे आपका आत्‍मविश्‍वास तो कमजोर हो सकता है।

भावनाओं को ना समझना | Raj Express

आपका साथी आपके प्रति भावनात्मक रूप से दुर्व्यवहार करे, वह आप पर चिल्लाए, नाम-पुकारे, आप पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए धमकी दे, तो समझ लीजिए कि आप एक गलत इंसान के साथ रिश्‍ते में हैं।

इमोशनल एब्यूज | Raj Express

आपका पार्टनर लगातार आपसे नकारात्मक बातें कहता है, तो एक समय आएगा कि आपको खुद पर संदेह होने लगेगा। अगर आप अपने शादीशुदा रिश्‍ते में खुश नहीं हैं तो, आपके आत्म-सम्मान और आत्म-मूल्य में कमी आ सकती है।

आत्‍मसम्‍मान की कमी | Raj Express

बच्चों को सिखाएं जॉइंट फैमिली में रहना

बच्चों को सिखाएं जॉइंट फैमिली में रहना | Naval Patel-RE