नए संसद भवन में अशोक स्तंभ के अनावरण पर बोले ओवैसी- यह अधिकार PM को नहीं है
दिल्ली, भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नए संसद भवन की छत पर विशाल अशोक स्तंभ का अनावरण किया है, जिस पर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति जताते हुए यह टिप्पणी दी है।
यह अधिकार लोकसभा स्पीकर का है :
दरअसल, नए संसद भवन की छत पर 6.5 मीटर लंबे कांस्य राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया, जिस पर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि, ''कांस्य राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण का अधिकार PM मोदी नहीं बल्कि यह अधिकार लोकसभा स्पीकर का है।''
संविधान में संसद, सरकार और न्यायपालिका की शक्तियों को अलग-अलग दर्शाया गया है। सरकार के प्रमुख के रूप में पीएम मोदी को नए संसद भवन के ऊपर राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण नहीं करना चाहिए था। यह लोकसभा स्पीकर के अधिकार क्षेत्र में आता है। स्पीकर सरकार के अधीन नहीं हैं।
एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
पीएम ने सभी संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन किया :
इतना ही नहीं बल्कि एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाते हुए यह बात भी कही है कि, ''पीएम ने सभी संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन किया है।''
9500 किलोग्राम के कुल वजन से बना अशोक स्तंभ :
बता दें कि, देश के नए संसद भवन में विशाल अशोक स्तंभ का आज PM नरेंद्र मोदी द्वारा अनावरण किया गया है। यह राष्ट्रीय प्रतीक 9500 किलोग्राम के कुल वजन के साथ कांस्य से बना है और इसकी ऊंचाई 6.5 मीटर है, इस कांस्य राष्ट्रीय प्रतीक को न्यू पार्लियामेंट बिल्डिंग के सेंट्रल फोयर के शीर्ष पर कास्ट किया गया है। तो वहीं, इस राष्ट्रीय प्रतीक के सपोर्ट के लिए लगभग 6500 किलोग्राम वजन वाले स्टील की एक सहायक संरचना का निर्माण भी किया गया है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।